संत बाबा नत्थू सिंह चीमा
संस्थापक
सूफी संत सरकार लखदाता पीर ट्रस्ट (Regd 2340)
संत बाबा नत्थू सिंह चीमा एक महान व्यक्ति थे । आप जी को सूफी मत चेला पंथ में भगत का खिताब दिया गया है ।इस कारण आप जी भगत के नाम के साथ प्रसिद्ध हो गए थे । आप जी को चेला पंथ का बाबा बोहड कहा जाता था । आप जी के नाम के साथ बहुत बड़ी उपलब्धियां जुड़ी हुई है । आप जी ने गांव केवल में सूफियाना पीरखाना दरगाह की स्थापना मार्च 1980 ईस्वी में की थी और सूफी संत सरकार लखदाता पीर ट्रस्ट की स्थापना 19 जून 2016 की थी ।जो कि आज कल सूफी संत ट्रस्ट के नाम के साथ दुनिया में प्रसिद्ध हो चुका है । आप जी का जन्म 1940 ईस्वी में गांव केवल जिला सिरसा हरियाणा में हुआ था। आप जी के पिता का नाम सरदार किशन सिंह चीमा और माता का नाम चंद कौर था । आप जी के बचपन में माता चंद कौर का देहांत हो गया था । आप जी का पालन पोषण सरदार किशन सिंह चीमाऔर दादा सरदार हरनाम सिंह चीमा के किया था । आप जी के पड़दादा सरदार हजार सिंह चीमा की इलाके में उस समय बहुत शान थी । आप जी का खानदान चीमा, चौहान वंश के बीच से पैदा हुआ माना जाता है । आप जी के बड़े वजुर्ग सरदार जीवा सिंह चीमा ने 1850 ईस्वी के लगभग गांव केवल ( केयोल) में आए थे ।घर में गरीबी होने के कारण आप पढ़ लिखे नही थे । आप जी ने सारी उम्र सच्ची किरत की थी और सूफी संत लखदाता पीर की सेवा की थी । आप जी ने सारी दुनिया में लखदाता पीर के नाम के साथ सूफी संत लखदाता पीर के नाम का डंका बजाया । आप जी ने कभी भी मैं मैं शब्द का प्रयोग नही किया । आप सबर संतोख , निम्रता,मिठास ,और अहंकार की भावना ना होना आदि गुण मौजूद थे । आप जी के घर में गरीबी होने के बाबजूद आप दिल के बड़े अमीर व्यक्ति थे । आप जी ने चेला पंथ 1952 ईस्वी में गृहण किया था । आप जी ने रूहानी विद्या गुरु बाबा छोटा सिंह भाई बख्तौर जिला बठिंडा से प्राप्त की थी । आप जी के दादा गुरु मुंशी भट्टी कोटकपूरा थे ।इनके उस समय 365 चेले थे । आप जी के पड़दादा गुरु संत बाबा ताबू थे ,इनका गांव नत्थू सिंह वाला जिला मोगा था ।संत बाबा ताबू के दो प्रसिद्ध चेले पहला प्रसिद्ध चेला संत मुंशी भट्टी कोटकपूरा ते दूसरा चेला बाबा खुशी राम पीर निगाह लगेंआना के गद्दीनासीन थे । आप जी के 80 के करीब चेले थे । प्यारा भगत ,संत बाबा लाभ दास बोरी वाले मलकाना डेरा, संत मस्त राम,ध्यान दास प्रमुख थे ।संत बाबा नाथू सिंह चीमा जी संग्रादी भादों 20 अगस्त 2019 ईस्वी में दिन मंगलवार को इस दुनियां को सदा के लिए अलविदा कह गए । आप जी को गांव केओल के पीरखना में समाधि दी गई थी ।इस दिन हर वर्ष सलाना बरसी के मौके पर संगता का भारी मेला लगता है । आप जी के जेठा पुत्र डा प्रोफेसर बलदेव सिंह चीमा सूफी संत सरकार लखदाता पीर ट्रस्ट Regd No 2340 के इंचार्ज और प्रधान है । डा प्रोफेसर चीमा ने सूफी संतों पीरा का इतिहास किताब और दूसरी किताब सिख संथाओ का विकास साध संगत को दी गई।जो आज कल जे किताबा बहुत परचलित हो रही है ।
Social Welfare
HEALTH & RESEARCH
EDUCATION & TRAINING
Human Rights
संत बाबा नत्थू सिंह चीमा संस्थापक सूफी संत सरकार लखदाता पीर ट्रस्ट (Regd 2340) संत बाबा नत्थू सिंह चीमा एक महान व्यक्ति थे । आप जी को सूफी मत चेला पंथ में भगत का खिताब दिया गया है ।इस कारण आप जी
You are doing good work. i appreciate your work.
Well doing for child welfare